Sakarmak Kriya Kise Kahate Hain – सकर्मक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण 

Sakarmak Kriya In Hindi – क्या आप जानते हैं सकर्मक क्रिया क्या होती है और उनके कितने भेद होते हैं यदि नहीं तो आप इस पोस्ट Sakarmak Kriya In Hindi को अंत तक पढ़ सकते हैं क्योंकि हमने यहां पर सरल भाषा में बताया है Sakarmak Kriya Kise Kahate Hain, Sakarmak Kriya Ke Kitne Bhed Hote Hain और उनकी पहचान कैसे कर सकते हैं। 

Definition Of Sakarmak Kriya In Hindi – सकर्मक क्रिया की परिभाषा

वह क्रिया जिसमें कर्ता के कार्य का पता चलता है उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं सकर्मक क्रिया में कर्म का बोध होता है ऐसी क्रियाएं Sakarmak Kriya के अंतर्गत आती हैं। 

Sakarmak Kriya में कर्ता, कर्म, कारक तीनों जरूरी होता है यदि इन तीनों तत्वों में से कोई भी एक कम हो तो वाक्य अधूरे रह जाते हैं और किसी वाक्य को अर्थ के साथ स्पष्ट नहीं किया जा सकता जब भी किसी क्रिया में कर्म का पता चलता है तो वह Sakarmak Kriya कहलाती है। 

उदाहरण के लिए : 

मोहन गाना सुन रहा है।

रहीम वाक्य लिख रहा है।

सोना स्कूल जा रही है।

रमेश आम बेच रहा है।

Types Of Sakarmak Kriya In Hindi – सकर्मक क्रिया के भेद 

  • एककर्मक क्रिया
  • द्विकर्मक क्रिया

एककर्मक क्रिया : अकर्मक क्रिया वह क्रिया होती है जिसमें किसी एक कर्म के संपूर्ण होने का पता चलता है उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं 

एककर्मक क्रिया के उदाहरण

  • वह स्कूल जाता है।
  • वह चल रहा है।
  • महेश खाना खा रहा हैं।

द्विकर्मक क्रिया : वह क्रिया जिसमें एक नहीं दो कर्म के होने का पता चले उन्हें द्विकर्मक क्रिया कहते हैं क्योंकि द्विकर्मक क्रिया का अर्थ होता है दो कर्म वाला। 

द्विकर्मक क्रिया के उदाहरण

  • सोनिया ने गरीबों को खाना खिलाया।
  • माता ने महेश को आशीर्वाद दिया।
  • राम अपने दोस्त के साथ बाजार जा रहा है। 

अपूर्ण क्रिया :  अपूर्ण क्रिया वह क्रिया होती है जिसमें अकर्मक और सकर्मक क्रिया दोनों के अर्थ स्पष्ट नहीं निकलते, उनका अर्थ स्पष्ट करने के लिए अलग शब्दों का उपयोग किया जाता है जिसे पूरक भी बोला जाता है

अपूर्ण क्रिया के भेद

अपूर्ण अकर्मक क्रिया :-  जब कभी अकर्मक क्रिया को पूरा करने के लिए विशेषण और संज्ञा का उपयोग होता है तो उसे अपूर्ण अकर्मक क्रिया कहते हैं। 

अपूर्ण सकर्मक क्रिया :– जब किसी क्रिया में विशेषण और संज्ञा का उपयोग पूरक के रूप में किया जाए तो उसे अपूर्ण सकर्मक क्रिया कहते हैं। 

Examples Of Sakarmak Kriya In Hindi – सकर्मक क्रिया के उदाहरण

  1. रमनीश फुटबॉल खेलता है।
  2. सीता खाना पकाती है।
  3. रोनक गाडी चलाता है।
  4. रानी समौसा बनाती है।
  5. सागर हिंदी बोलता है।
  6. संजय शरीर खुजलाता है। 

Conclusion : स्कूल में पढ़ने वाले और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले सभी छात्रों के लिए यहां पर सकर्मक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण आम भाषा में शेयर किये है जो उनकी परीक्षाओं में काम आ सकती है। 

FAQs About ‎Sakarmak Kriya In Hindi

Q1. सकर्मक क्रिया क्या होती है ?

Ans : जिन वाक्यों में कर्म जरूरी है उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं इसमें प्रभावित कर्म पर ना पढ़ कर कर्ता पर पड़ता है। 

Q2. सकर्मक क्रिया कितने प्रकार की होती है ?

Ans : सकर्मक क्रिया दो प्रकार की होती है

  • एककर्मक क्रिया
  • द्विकर्मक क्रिया

Q3. सकर्मक क्रिया के उदाहरण बताइए ?

Ans : राम सीता को लाएगा।

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