Prernarthak Kriya Kise Kahate Hain – प्रेरणार्थक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण 

Prernarthak Kriya In Hindi – आज हम क्रिया के एक भेद Prernarthak Kriya के बारे में पढ़ने जा रहे हैं, जिसकी परिभाषा हर उस छात्र को मालूम होनी चाहिए जो स्कूल, कॉलेज में पढ़ रहा है क्योंकि इस विषय से संबंधित कई सारे सवाल हमें कॉम्पिटेटिव एक्जाम में पढ़ने को मिलते रहते हैं। 

आज आप यहां पर पढ़ेंगे Prernarthak Kriya Kise Kahate Hain, Prernarthak Kriya Kitne Prakar Ke Hote Hai और उनके उदाहरण क्या है। 

Definition Of Prernarthak Kriya In Hindi – प्रेरणार्थक क्रिया परिभाषा

Prernarthak Kriya वह क्रिया होती है जिसमें कोई कार्य कर्ता नहीं करता बल्कि वही कार्य किसी और से करवाता है उस कार्य को करने की प्रेरणा देना Prernarthak Kriya कहलाता है। 

साधारण शब्दों में इस क्रिया में कर्ता किसी को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है और करवाता है इस क्रिया में प्रेरणा का बोध होता है इसलिए इस क्रिया को प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं

Types Of Prernarthak Kriya In Hindi – प्रेरणार्थक क्रिया के भेद

प्रेरणार्थक क्रिया के दो भेद होते हैं :

  • प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया
  • द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया

प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया : प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया वह क्रिया होती है जिसमें कर्ता किसी को प्रेरणा देता है इस प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया में कर्ता खुद उस कार्य में अपना योग देता है इसे ही प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं उदाहरण के लिए :

  • रोहन सबको खाना खिलाता है।
  • राम अपनी बेहेन को रोटी खिलाता है।
  • मै कार्यलय में भाषण देता हू।
  • पिता परिवार के लिए कपड़े लाता है।
  • माँ महेश को झूला झुलाती है।

द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया : द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया वह क्रिया होती है जिसमें कर्ता खुद कोई कार्य कर नहीं करता वह कार्य किसी और कर्ता से करवाता है उसे द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं 

उदाहरण के लिए :

मोहन राम से बच्चों को रुलवाता है।
पिता जी आज रमेश से सब्जी मंगवाना।
नरेश प्रिसीपल से बच्चों को डाँट खिलवाता है।
रोहित आज अपने भाई से कपड़े धुलवाना।
आज आप अरविन्द से खाना बनवाना।

प्रेरणार्थक क्रिया के दो प्रेरक होते हैं जिन्हें आप नीचे पढ़ सकते हैं

  • प्रेरक करता
  • प्रेरित करता

प्रेरक करता किसे कहते हैं ?

वह कर्ता जो किसी व्यक्ति को प्रेरणा देता है उसे कोई कार्य करने के लिए प्रेरित करें वह प्रेरक कर्ता कहलाता है

उदाहरण के लिए – मलिक, स्टाफ मैनेजर

प्रेरित करता किसे कहते हैं ?

प्रेरित कर्ता उसे कहते हैं जो किसी और से प्रेरणा लेता है और उसे प्रेरणा को लेकर प्रेरित हो जाता है उसे प्रेरित कर्ता कहते हैं 

उदाहरण के लिए – नौकर, ऑफिस स्टाफ। 

Examples Of Prernarthak Kriya In Hindi – प्रेरणार्थक क्रिया के उदाहरण

रमन विनय से काम करवाता है।
मनोज बच्चों से सफाई करवाता है।
रोहन आज मनोज से कार धुलवाना।
कल तुम मोहित से झाड़ू लगवाना।

Conclusion : हमने यहां पर प्रेरणार्थक विषय के ऊपर सभी जानकारी सरल भाषा में प्रदान की है जैसे प्रेरणार्थक क्रिया की परिभाषा, प्रेरणार्थक क्रिया के भेद और उनके नियम। यह उन सभी छात्रों के लिए भी उपयोगी है जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में है। 

FAQs About Prernarthak Kriya In Hindi

Q1. प्रेरणार्थक क्रिया क्या होती है ?

Ans : वह क्रिया जिसमें कर्ता स्वयं कार्य नहीं करता बल्कि दूसरे व्यक्ति से कार्य करवाता है उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं। 

Q2. प्रेरणार्थक क्रिया कितने प्रकार की होती है ?

Ans : प्रेरणार्थक क्रिया दो प्रकार की होती है :

  • प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया
  • द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया

Q3. प्रेरणार्थक क्रिया के नियम क्या है ?

Ans : प्रेरणार्थक क्रिया के तीन मूल तत्व हैं जो उनके नियम को बताते हैं पहला मूल धातु, फिर प्रेरणार्थ प्रथम प्रेरणार्थक रूप और तीसरा द्वितीय प्रेरणार्थक रूप। 

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