Gadya Kavya In Hindi – आज हम हिंदी व्याकरण के बहुत ही महत्वपूर्ण विषय के बारे में बात करने वाले हैं जिसका नाम है Gadya Kavya यह काव्य शास्त्र का एक ऐसा अंग है जिसका प्रयोग मानव अपने जीवन में आम बातचीत में उपयोग करता है
जिन्होंने Gadya Kavya के बारे में पढ़ा हुआ उन्हें यह जानकारी होगी, यदि नहीं तो आप यहां पर Gadya Kavya विषय के ऊपर सभी जानकारी जैसे Gadya Kavya Kise Kahate Hain, Gadya Kavya कितने प्रकार के होते हैं उनके अवयव, तत्व और विशेषता यहां से पढ़ सकते हैं।
Definition Of Gadya Kavya In Hindi – गद्य काव्य की परिभाषा
काव्य शास्त्र में Gadya Kavya ऐसा काव्य है इसका प्रयोग मानव अपने जीवन में पत्र लिखने, बात करने अपने विचार को दूसरों के सामने प्रकट करने, कोई प्रार्थना पत्र लिखने यह आम बोलचाल की बोली में करता है।
Gadya Kavya की सरल भाषा लोगों को सामने प्रकट करने और उन्हें समझने में बहुत आसानी होती है। जिस कारण किसी भी काव्य की अपेक्षा जो Gadya Kavya होता है उसका क्षेत्र बहुत बड़ा होता है क्युकी वह आसान और सरल है।
हिंदी व्याकरण में हम कहीं भी कोई निबंध, कहानी, कोई यात्रा, समाचार पत्र को पढ़ते हैं वह Gadya Kavya के द्वारा ही लिखी होती है जो की आसान भाषा में होती है।
गद्य काव्य के कुछ अवयव होते हैं जो उन्हें समझने में और उनके क्षेत्र को दिखाने में मदद करते हैं।
गद्य काव्य के अवयव
- विचार तत्व
- भाषा
- शैली
गद्य साहित्य की प्रमुख विद्याएं
Gadya Kavya के साहित्य को चार भागों में विभाजित किया गया है जो साहित्य की प्रमुख विधाओं को दर्शाती है जब हम कोई नाटक या निबंध से प्रभावित होते हैं उनका प्रभाव हम पर पड़ता है तो उसमे Gadya Kavya ही सम्मिलित होती है।
- कथा साहित्य
- नाटक
- निबंध
- नवीन या नई विद्याएं
Examples Of Gadya Kavya In Hindi – गद्य काव्य के उदाहरण
गद्य काव्य के उदाहरण |
जयशंकर की रचना ‘कमायनी’ |
Conclusion : काव्यशास्त्र में Gadya Kavya को कोई भी शुरुआती इंसान भी समझ सकता है क्योंकि यह बहुत ही सरल भाषा में होती है मानव जो अपने रोजाना बोलचाल की बोली में उपयोग करता है वह गद्य काव्य से बनी है Gadya Kavya से जुड़ी हुई सभी जानकारी यहां बताई गई है।
FAQs About Gadya Kavya In Hindi
Q1. गद्य काव्य में नवीन विद्या में क्या-क्या आता है ?
Ans : गद्य काव्य में नवीन विद्या यात्रा, वृतांत, स्मरण व्यंग गद्य आदि सम्मिलित है।
Q2. गद्य काव्य के तीन अवयव कौन से हैं ?
Ans : गद्य काव्य के तीन अवयव है विचार तत्व, भाषा और शौली।
Q3. गद्य काव्य के उदाहरण बताइए ?
Ans : हर्षचरित और कादम्बरी गद्य काव्य के लोकप्रिय उदाहरण है।