Sarvanamik Visheshan In Hindi – इस पोस्ट की मदद से आप Sarvanamik Visheshan के बारे में सभी जानकारी जान सकते हैं जो की हिंदी व्याकरण एक अहम विषय है इस विषय पर हर छात्रों को जानकारी होनी चाहिए, वह यहां से Sarvanamik Visheshan के बारे में काफी कुछ पढ़ सकते हैं।
जैसे Sarvanamik Visheshan Kise Kahate Hain, Sarvanamik Visheshan के कितने भेद होते हैं और सार्वनामिक विशेषण की पहचान क्या है।
Definition Of Sarvanamik Visheshan In Hindi – सार्वनामिक विशेषण परिभाषा
Sarvanamik Visheshan वह विशेषण होते हैं जो सर्वनाम के शब्द होते हैं वह संज्ञा से पहले प्रयुक्त होकर संज्ञा की विशेषता को प्रकट करें, उन शब्दों को Sarvanamik Visheshan कहते हैं। अर्थात सरल शब्दों में वह वाक्य जो संज्ञा के शब्दों की विशेषता को प्रकट करें उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
Types Of Sarvanamik Visheshan In Hindi – सार्वनामिक विशेषण के भेद
- संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण
- अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
- प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
- सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण
- मौलिक सार्वनामिक विशेषण
- यौगिक सार्वनामिक विशेषण
संकेत वाचक सार्वनामिक विशेषण : संज्ञा के वह शब्द जो संज्ञा से पहले उसकी विशेषता को प्रकट करते हैं उन्हें संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं उदाहरण के लिए – इस, उसे, यह, वह आदि।
- यह टेबल मेरा है
- इस किताब को अलमारी में रख दो
- वह दूध का गिलास मुझे दे दो
अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण : जैसे नाम से ही ज्ञात हो रहा है कि यहां पर कुछ अनिश्चय वस्तु की बात हो रही है वह वाक्य जिसमें कुछ और कोई जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है इसमें केवल अंदाजा लगाया जाता है उसे अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं उदाहरण के लिए – कोई, कुछ आदि।
- मुझे घर बनाने के लिए कुछ मिस्त्री की जरूरत है।
- बाहर कुछ लोगों के बीच लड़ाई हो रही है।
- मुझे ऑफिस में कुछ काम है।
प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण : वह वाक्य जिसमें संज्ञा से पहले कब, क्यों, कौन, जैसे शब्दों का उपयोग होता है और वह सर्वनाम से जुड़कर कोई संज्ञा की विशेषता को प्रकट करें उन्हें प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
- क्या तुम रोहन के बारे में जानते हो
- बाहर से आया हुआ आदमी कौन है
- क्या वह ठीक हो जाएगा
संबंध वाचक सार्वनामिक विशेषण : वह वाक्य जिसमें संज्ञा से पहले तेरा, मेरा, इसका, उसका, जिसका जैसे शब्दों को प्रकट किया जाता है उसे संबंध वाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
- उसका मोबाइल मेरे पास है
- यह हमारा घर है
- तेरा लैपटॉप कहां पर है
मौलिक सार्वनामिक विशेषण : मौलिक सार्वनामिक विशेषण वह विशेषण होते हैं जो संज्ञा के आगे लेकर संज्ञा की विशेषता को प्रकट करते हैं, उसे मौलिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
- वह लड़की बहुत सुंदर है
- मेरे पिताजी बहुत परेशान है
- राम का घर बहुत अच्छा है
योगिक सार्वनामिक विशेषण : जिन वाक्यों में ऐसा, वैसा, कितना, इतना, उतना आदि शब्दों का बोध कराया जाता है, उसे योगिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं, उदाहरण के लिए
- तुम्हें घर जाने के लिए कितने रुपए चाहिए
- घर पर कितने मेहमान आने वाले हैं
- जितने आम मोहन को दिए थे, उतने मुझे दे दो
Examples Of Sarvanamik Visheshan In Hindi – सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
- मेरा मोबाइल
- वह लड़का
- वह कुत्ते
- मेरा घर
- किसी का ऑफिस
Conclusion : यदि आप सार्वनामिक विशेषण का ध्यान से अध्ययन करेंगे तो आपको मालूम होगा कि जो सर्वनाम के शब्द होते हैं वही Sarvanamik Visheshan कहलाते हैं यहां पर आप सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा, उदाहरण सहित जान सकते हैं।
FAQs About Sarvanamik Visheshan In Hindi
Q1. सार्वनामिक विशेषण क्या होते हैं ?
Ans : संज्ञा के वह शब्द जो विशेषता प्रकट करते हैं उन्हें शब्दों को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
Q2. सार्वनामिक विशेषण कितने प्रकार के होते हैं ?
Ans : सार्वनामिक विशेषण 6 प्रकार के होते हैं
- संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण
- अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
- प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
- सम्बन्धवाचक सार्वनामिक विशेषण
- मौलिक सार्वनामिक विशेषण
- यौगिक सार्वनामिक विशेषण
Q3. सार्वनामिक विशेषण में शब्दों का उपयोग कब होता है ?
Ans : सार्वनामिक विशेषण में जो सर्वनाम के शब्द होते हैं उनका उपयोग संज्ञा से पहले होता है इसलिए यह सार्वनामिक विशेषण के अंतर्गत आते हैं।