Drishya Kavya Kise Kahate Hain – दृश्य काव्य की परिभाषा, भेद और उदाहरण 

Drishya Kavya In Hindi – Drishya Kavya, काव्यशास्त्र का एक भेद है जिसके बारे में हम इस Drishya Kavya In Hindi पेज पर विस्तार में पढ़ने वाले हैं Drishya Kavya Kise Kahate Hain, दृश्य Drishya Kavya Kitne Prakar Ke Hote Hai और उनके उदाहरण क्या है दृश्य काव्य के उदाहरण के साथ स्पष्टीकरण भी दिए गए हैं जो आपको Drishya Kavya को समझने में सरलता प्रदान करते हैं। 

Definition Of Drishya Kavya In Hindi – दृश्य काव्य की परिभाषा

दृश्य काव्य का अर्थ होता है “देखने के योग्य” ऐसा कोई दृश्य को देखना जिसमे प्रत्यक्ष का अवलोकन होता है और रसभाव की अनुभूति होती है तो उसे Drishya Kavya कहते हैं। 

Drishya Kavya में रंगमंच पर प्रोग्राम देखकर मन में आनंद के भाव उत्पन्न होते हैं खुशी और आनंद दिखाई देता है इस दृश्य काव्य कहते हैं। 

Types Of Drishya Kavya In Hindi – दृश्य काव्य के भेद हैं 

दृश्य काव्य के दो भेद होते हैं :

  • रूपक काव्य 
  • उपरूपक काव्य

रूपक काव्य 

जब कभी, कहीं रूपक काव्य की परिभाषा देते हैं तो सबसे पहले “तदूपारोपात तु रूपम्” सुनने को मिलता है जिससे पता चलता है कि रूपक काव्य की बात हो रही है, यह रूपक काव्य की पहचान भी है। 

Rupak Kavya Ke Bhed
नाटक
प्रकरण
भाषा
प्रहसन
डिम
व्यायोग
समवकार
वीथी
अंक
ईहामृग

उपरूपक काव्य

उपरूपक काव्य में महाजन, विद्वान उसके अंतर्गत गड्ढे, काव्य पद्य काव्य और चम्पू काव्य को भी शामिल करते हैं जो की रचना के आधार पर काव्यशात्र का भेद हैं। 

नाटिका
त्रोटक
गोष्ठी
सदृक
नाट्यरासक
प्रस्थान
उल्लासटय
काव्य
प्रेक्षणा
रासक
संलापक
श्रीगदित
शिंपल
विलासीका
दुर्मल्लिका
परकणिका
हल्लीशा
भणिका

Examples Of Drishya Kavya In Hindi – दृश्य काव्य के उदाहरण

Drishya Kavya Ke Udahran
नाटक
चलचित्र
रामायण
महाभारत
कृष्ण लीला

Conclusion : दृश्य काव्य में श्रोता अपनी आंखों से रंग मंच पर नाटक को देखकर उसका आनंद उठाता है इसे सरल शब्दों में दृश्य काव्य कहते हैं नाटिका, प्रस्थान, गोष्टी काव्य Drishya Kavya के अंतर्गत आते हैं

FAQs About Drishya Kavya In Hindi

Q1. दृश्य काव्य क्या होते हैं ?

Ans : जिसमें काव्य अपनी आंखों से प्रत्यक्ष दृश्य को देखकर मन में आनंदित हो जाता है उसे दृश्य काव्य कहते हैं। 

Q2. दृश्य काव्य के कितने प्रकार के होते हैं

Ans : दृश्य काव्य दो प्रकार के होते हैं :

  • रूपक काव्य 
  • उपरूपक काव्य

Q3. दृश्य काव्य में क्या-क्या आता है ?

Ans : नाटक, रेडियो, रामायण, कृष्ण लीला आदि दृश्य काव्य के अंतर्गत आते हैं। 

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