Chhand In Hindi – छंद एक ऐसा हिंदी विषय है जो हिंदी ग्रामर के सिलेबस में एक अच्छा टॉपिक है यह टॉपिक आपको स्कूल की परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत ज्यादा देखने को और पढ़ने को मिलता है यदि कोई छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है तो उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि Chhand Kise Kahate Hain, छंद कितने प्रकार के होते हैं और उनके उदाहरण क्या है।
Chhand Kise Kahate Hain – छंद की परिभाषा
हिंदी भाषा में अक्षर, अक्षरों की संख्या, गिनती, वर्ण, गति को क्रमबद्ध तरीके से लिखने को Chhand Kahate Hain अर्थात सरल शब्दों में कह सकते हैं मात्रा और वर्ण से होने वाली रचना को छंद कहते हैं। छंद दो शब्दों से मिलकर बनता है जिसका मतलब होता है खुश करना। यह वाक्यों में खुशी के भाव को बताता है जैसे – चौपाई, दोहा, शायरी इत्यादि। छंद के कुछ महत्वपूर्ण अंग होते हैं जिसे आप आगे पढ़ने वाले हैं
Chhand Ke Aang – छंद के महत्वपूर्ण अंग
- चरण / पद / पाद
- वर्ण और मात्रा
- संख्या और क्रम
- गण
- गति
- यति / विराम
- तुक
चरण / पद / पाद – छंद में 4 भाग होते हैं जिन्हें विराम चिन्हों की सहायता से उन्हें अलग अलग किया जा सकता है छंद के हर चरण को चरण और पद कहते हैं छंद के हर पद में वर्ण और मात्राएं निश्चित रूप में होती है। चरण और पद के दो भेद होते हैं समचरण और विषमचरण
वर्ण और मात्रा – जब हिंदी वाक्य में किसी वाक्य का उच्चारण करते हैं तो उसमें लगने वाले समय को मात्रा कहते हैं हिंदी वर्णमाला में यह स्वर के नाम से जाने जाते हैं और इसके दो भेद होते हैं ह्रस्व और दीर्घ स्वर।
संख्या और क्रम – हिंदी व्याकरण में वर्णों की संख्या की गिनती और लघु गुरु क्रम को संख्या और क्रम कहते हैं।
गण – वर्ण का जो समूह होता है या कोई ग्रुप होता है उन्हें गण कहते हैं गण के समूह में 8 गण शामिल होते हैं जिन्हें गण कहते हैं लघु गुरु के तीन वर्णों के समूह को गण कहा गया है। यह इस प्रकार है
यगण, मगण, तगण, रगण, जगण, भगण, नगण तथा सगण।
गति – आपने हिंदी व्याकरण मात्रा जरूर पढ़ा होगा जो वाक्यों में मधुरता और मिठास लाने के लिए कई प्रकार के वर्ण और मात्राओं का उपयोग होता है जो वाक्य को संगीतआत्मक बनाते हैं उन्हें ही गति कहते हैं।
यति / विराम – जब कोई वाक्य नियमित रूप से पढ़ा जाता है तो 1 सांस के बाद कुछ समय रुक जाने पर उसे विराम या यति कहते हैं क्योंकि इसमें पढ़ने के बाद थोड़े समय रुका जाता है और इसे ही विराम कहते हैं।
तुक – हिंदी व्याकरण के छंद में हर एक चरण में व्यंजन की समानता होती है और इस समानता को तुक कहते हैं जो तुक नहीं होता, वह अतुक कहलाता है।
Types Of Chhand In Hindi – छंद के प्रकार
- वर्णिक छंद
- मात्रिक छंद
छन्दों का विवेचन
- इन्द्रवज्रा
- उपेन्द्रवज्रा
- वसन्ततिलका
- मालिनी मजुमालिनी
- मन्दाक्रान्ता
- शिखरिणी
- वंशस्थ
- द्रुतविलम्बित
- मत्तगयन्द (मालती)
- सुन्दरी सवैया
Conclusion – छंद हिंदी व्याकरण का एक ऐसा विषय है जिसमें अक्षर, अक्षरों की संख्या ,गिनती, गति, यती को ध्यान में रखकर रचना होती है तो उन्हें छंद कहते हैं यहां पर छंद विषय पर सभी टॉपिक कवर किए गए हैं।
FAQs About Chhand Kise Kahate Hain:
Q1. छंद की परिभाषा क्या है ?
Ans : छंद वर्णो और मात्राओं की नियमित संख्याओं को गति के क्रम को छंद कहते हैं।
Q2. छंद के कितने भेद होते हैं और कौन से ?
Ans : छंद के दो भेद होते हैं वर्णिक छंद और मात्रिक छंद
Q3. छंद का दूसरा नाम क्या है ?
Ans : हिंदी व्याकरण में छंद के अलावा इसे पिंगल भी कहते हैं।