Vyanjan Sandhi In Hindi – आज हम हिंदी व्याकरण के ऐसे विषय के बारे में बात करने वाले हैं जो हिंदी में शब्दों को एक आकार, अर्थ और रूप प्रदान करते हैं जिसे Vyanjan Sandhi कहते हैं आज यहां पर सभी छात्र जानेंगे Vyanjan Sandhi Kise Kahate Hain, Vyanjan Sandhi के कितने भेद होते हैं उनके उदाहरण क्या है।
Definition Of Vyanjan Sandhi In Hindi – व्यंजन सन्धि की परिभाषा
जब कोई व्यंजन, दूसरे व्यंजन या स्वर से मिलने पर जो परिवर्तन होता है उसे Vyanjan Sandhi बोला जाता है यह व्यंजन संधि प्राकृतिक रूप से व्यापित होती है Vyanjan Sandhi का उपयोग हिंदी भाषा में आपको कई काव्य रचनाओं में पढ़ने को मिल जाएगा।
Vyanjan Sandhi हिंदी भाषा के सभी शब्दों को एक आकार और अर्थ में परिवर्तन को दिखाते हैं जब हिंदी में हम कोई रचना को पढ़ते हैं तो उन्हें सुंदर बनाने में मदद करते हैं।
Examples Of Vyanjan Sandhi In Hindi – व्यंजन सन्धि के उदाहरण
1 | सत् + जन = सज्जन |
2 | हरत् + चंद्र = हरदचंद्र |
3 | जगत् + छाया = जगच्छाया |
4 | विपत् + जाल = विपज्जाल |
5 | जगत् + जननी = जगज्जननी |
6 | वृहत् + टीका = वृहट्टीका |
7 | उत् + ज्वल = उज्ज्वल |
8 | तत् + टीका = तट्टीका |
Conclusion : Vyanjan Sandhi की पहचान करने के लिए आप व्यंजन संधि के सभी नियमों का अध्ययन कर सकते हैं जब व्यंजन के पीछे ग, ज ढ, ब, झ व्यंजन या कोई स्वर होता है तो क के स्थान र हो जाता है।
FAQs About Vyanjan Sandhi In Hindi
Q1. व्यंजन सन्धि क्या होते हैं ?
Ans : जब किसी व्यंजन वर्ण या स्वर वर्ण के साथ है कोई व्यंजन वर्ण का मिलन होता है तो उसे व्यंजन संधि कहते हैं।
Q2. व्यंजन संधि के कुल कितने नियम होते हैं ?
Ans : व्यंजन संधि को समझने के लिए कुल 13 नियम बनाए गए हैं।
Q3. व्यंजन सन्धि के उदाहरण बताइए ?
Ans : सत् + नारी = सन्नारी