Sampradan Karak – यदि आप एक विद्यार्थी है और व्याकरण में रुचि रखते हैं। तो आप Karak के बारे में तो जरुर जानते होंगे । Sampradan Karak, कारक का एक भेद है हम इस पोस्ट Sampradan Karak In Hindi पर सम्प्रदान कारक की परिभाषा, नियम और उदाहरण की जानकारी दे रहे है
Sampradan Karak Kise Kahate Hain – सम्प्रदान कारक की परिभाषा
वाक्य में जब किसी के लिए कुछ किया जाए या किसी को बोध करवाया जाए, तो बोध कराये जाने वाले शब्द को Sampradan Karak कहते हैं। आसान भाषा में क्रिया द्वारा कुछ किया जाने के बोध को Sampradan Karak कहते हैं।
Sampradan Karak Ke Chinh – संप्रदान कारक के चिन्ह
संप्रदान कारक की विभक्ति के लिए ‘को’ और ‘के लिए’ के अतिरिक्त ‘के वास्ते’ और ‘के निमित्त’ का भी प्रयोग होता है।
Sampradan Karak Rules In Hindi – संप्रदान कारक के नियम
Sampradan Karak को चार स्थितियों में इस्तेमाल किया जाता और प्रत्येक स्थिति के नियम अलग-अलग है। जिसे हम इस प्रकार से समझ सकते हैं ।
किसी वस्तु को देने के अर्थ में को ‘को’ ‘के लिए’ अथवा ‘के वास्ते’ का प्रयोग होता है
उदाहरण :
- अच्छी सेहत के लिए व्यायाम करो।
- उषा को मिठाई दी।
- सिपाहियों ने देश के वास्ते बलिदान दिया।
निमित्त प्रकट करने के लिए भी Sampradan Karak का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण :
- राहुल राम के लिए पुस्तक लाया है ।
- मैं राकेश के लिए खिलौने लाया हूं।
- बच्चों के वास्ते खिलौने दो ।
समय तथा अवधि का निर्देश करने के लिए संप्रदान कारक का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण :
- नीतीश 2 दिन के लिए दिल्ली जाएगा।
- गीताएक सप्ताह के लिएपंजाब आएगी।
- मुझे आज रात के लिए पुस्तक चाहिए।
चाहिए शब्दों के साथ भी Sampradan Karak का प्रयोग होता है।
उदाहरण :
- बच्चों को मिठाई चाहिए ।
- गरीबों के लिए अच्छी योजनाएं होनी चाहिए।
- सभी वर्गों के वास्ते समान अवसर होने चाहिए ।
Sampradan Karak 5 Examples In Hindi – सम्प्रदान कारक के 5 उदाहरण
- सबके लिए जल लेकर आओ।
- बच्ची मां के लिए दवाई लेकर आई ।
- हर्ष ने विकास को सलाह दी।
- मैं दिल्ली को जा रहा हूं।
- रूमा मेरे लिए फूल लाई।
Conclusion : हमने इस पोस्ट के माध्यम से Sampradan Karak Ki Paribhasha, नियम और उदाहरण की जानकारी शेयर की है, जो व्याकरण के विषय को पढ़ने वाले छात्रों को जरूर पढ़ना चाहिए।
FAQs About Sampradan Karak In Hindi
Q1 .सम्प्रदान कारक किसे कहते हैं?
Ans. क्रिया द्वारा कुछ दिया जाने का बोध हो, उसे संप्रदान कारक कहते हैं।
Q2. Sampradan Karak की विभक्ति चिन्ह कौन सी है?
Ans. संप्रदान कारक की विभक्ति चिन्ह ‘को’ , ‘के लिए’ ,‘के वास्ते’ , ‘के निमित्त’ है।
Q3. संप्रदान कारक और कर्म कारक में क्या अंतर है?
Ans. संप्रदान कारक में ‘को’ का प्रयोग ‘के लिए’ अव्यय के स्थान पर प्रयुक्त होता है इसके विपरीत कर्म कारक में ‘को’ का संबंध ‘के लिए’ बिलकुल नहीं है।