Sambandh Karak Kise Kahate Hain – सम्बन्ध कारक की परिभाषा, भेद और उदाहरण 

Sambandh Karak In Hindi – आज यहां पर हम जानेंगे Sambandh Karak Kise Kahate Hain, Sambandh Karak के कितने भेद होते हैं संबंध कारक के सभी विशेषताएं और उदाहरण इस पेज Sambandh Karak In Hindi पर मौजूद है

Definition Of Sambandh Karak In Hindi – सम्बन्ध कारक की परिभाषा

जब किसी शब्द का वह रूप जिसमें किसी वस्तु, व्यक्ति का किसी दूसरे व्यक्ति और वस्तु से किसी प्रकार का कोई संबंध होता है तो उसे Sambandh Karak कहते हैं

Sambandh Karak में एक से दूसरे वस्तु में उससे कोई संबंध जुड़ा होता है इसलिए उसे Sambandh Karak कहते हैं। Sambandh Karak के विभक्ति चिन्ह यह होते हैं ‘का, के, की, रा, रे, री’ है। जो संबंध कारक की पहचान भी होती है। 

Examples Of Sambandh Karak In Hindi – सम्बन्ध कारक के उदाहरण 

  • अरुण शीला का भाई है
  • रमेश की बहन आई है
  • महेश का घर बहुत छोटा है

ऊपर दिए गए तीन Sambandh Karak के उदाहरण आप देख सकते हैं पहले उदाहरण में अरुण, शीला का भाई है इस रचना में अरुण और शीला का एक संबंध है क्योंकि अरुण, शीला का भाई है और शीला अरुण की बहन है इन दोनों में एक संबंध है भाई  – बहन का संबंध है इसे आप Sambandh Karak कह सकते हैं

Conclusion : शब्द का वह रूप जिसमें किसी वस्तु और व्यक्ति का किसी दूसरे वस्तु से संबंध होता है उसे Sambandh Karak कहते हैं इस कारक के अंतर्गत दो वस्तुएं हैं जो एक दूसरे के संबंध को दर्शाते हैं। 

FAQs About Sambandh Karak In Hindi

Q1. सम्बन्ध कारक का उद्देश्य क्या होता है ?

Ans : संबंध कारक का उद्देश्य एक वस्तु से दूसरे वास्तु के संबंध को दर्शना होता है। 

Q2. संबंध कारक के विभक्ति चिन्ह बताइए ?

Ans : का, के, की, ना, ने, नो, रा, रे, री संबंध कारक के विभक्ति चिन्ह है। 

Q3. संबंध कारक के उदाहरण बताइए ?

Ans : शबनम की माता उसके लिए खाना लाई है, इस उदाहरण में मां बेटी का एक संबंध है। 

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